पहलगाम आतंकी हमले के 15 दिन बाद भारतीय सेना द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के रूप में किया गया जवाबी हमला पूरे देश की तरह व्यापारिक जगत को भी गर्व से भर रहा है। देश के सबसे अमीर व्यक्ति और रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने इस सर्जिकल स्ट्राइक पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सेना की प्रशंसा की है और आतंकवाद के विरुद्ध मजबूत रुख अपनाने की बात कही है।
भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को पूरी तरह नष्ट कर दिया था। इस ऑपरेशन के बाद दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है, लेकिन भारत में इसे व्यापक जनता के साथ-साथ व्यापारिक समुदाय का भी समर्थन मिल रहा है।

अंबानी का emotional statement
मुकेश अंबानी ने एक विस्तृत प्रेस रिलीज़ जारी करके अपने विचार व्यक्त किए हैं। उन्होंने कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर के लिए हमें अपने भारतीय सशस्त्र बलों पर बहुत गर्व है। भारत आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ एकजुट, दृढ़ संकल्प और उद्देश्य में अडिग है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए अंबानी ने कहा कि “प्रधानमंत्री मोदी के साहसिक और निर्णायक नेतृत्व में, भारतीय सशस्त्र बलों ने सीमा पार से हर उकसावे का सटीक और शक्तिशाली तरीके से जवाब दिया है।”
उन्होंने अपनी statement में clear message भी दिया कि “भारत आतंकवाद के सामने कभी चुप नहीं रहेगा और हम अपनी धरती पर, अपने नागरिकों पर या अपने देश की रक्षा करने वाले बहादुर पुरुषों और महिलाओं पर एक भी हमला बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
Reliance family का commitment
अंबानी ने साफ कर दिया कि “रिलायंस परिवार हमारे देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए किसी भी उपाय का समर्थन करने के लिए तैयार है।” उन्होंने भारत की policy के बारे में कहा कि “भारत शांति चाहता है, लेकिन अपने गौरव, सुरक्षा या संप्रभुता की कीमत पर नहीं।”
अपनी statement के अंत में उन्होंने जो शब्द कहे, वे पूरी strength दिखाते हैं – “हम एक साथ खड़े होंगे। हम लड़ेंगे। और हम जीतेंगे।”
Trademark controversy का quick resolution
इससे पहले एक विवाद भी खड़ा हुआ था जब news आई कि रिलायंस ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लिए trademark application दी है। लेकिन कंपनी ने तुरंत clarification जारी करके बताया कि यह एक junior officer की गलती थी जो unauthorized था।
रिलायंस ने अपने statement में कहा कि “उसका ऑपरेशन सिंदूर (शब्द) को ट्रेडमार्क बनाने का कोई इरादा नहीं है। यह एक ऐसा शब्द है, जो अब भारतीय बहादुरी के एक प्रतीक के रूप में राष्ट्रीय चेतना का हिस्सा बन गया है।”
कंपनी ने clarify किया कि “जियो स्टूडियोज ने अपना ट्रेडमार्क आवेदन वापस ले लिया है, जिसे एक कनिष्ठ अधिकारी ने अनजाने में दे दिया था, जबकि इसके लिए वह अधिकृत नहीं था।”
Corporate India की unity
मुकेश अंबानी का यह statement दिखाता है कि corporate India भी national issues पर government के साथ खड़ा है। यह reflects करता है कि आतंकवाद के मुद्दे पर पूरा देश एकजुट है, चाहे वो सामान्य नागरिक हो या business leaders।
Operation Sindoor के बाद से ही maximum businesses और industry leaders ने सेना और government के decision को support किया है। यह sentiment market में भी positive response लेकर आ रहा है क्योंकि strong national leadership investment climate के लिए good है।
Current situation में जब India-Pakistan tensions बढ़ रहे हैं, तो industry leaders के ऐसे clear statements से national morale boost होता है। यह भी clear करता है कि business community sirf profit नहीं बल्कि national security को भी priority देती है।
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