पीपीएफ के नियमों में बड़ा बदलाव आ चुका है यदि आपने भी अपना पैसा पीपीएफ में जमा करा रखा है अर्थात निवेश कर रखा है तो इस आर्टिकल को अंत तक बढ़ना आपके लिए बहुत आवश्यक है
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क्या है बड़ा बदलाब
पीपीएफ के नियमों में बदलाव आ चुका है पिछले समय में जो पुराने नियम थे उनकी बजाय अब कुछ नए नियम आ गए हैं और यदि आप भी पीएफ में अपनी रकम को जमा करवा कर उस पर कर्ज अर्थात ब्याज प्राप्त करते हैं तो ये नियम जानना बहुत जरूरी है तो चलिए जानते हैं
पीपीएफ में ब्याज की दर पहली दो फीसदी थी तथा अब इसे घटाकर एक फीसदी कर दिया गया है इससे निवेशकों को बहुत बड़ा झटका लगा है इसी तरीके से कई अन्य योजनाओं में भी बड़े बड़े बदलाव किए गए हैं उनके बारे में जान लीजिए और वो इस आर्टिकल के अंत में बताए गए हैं
आपका योगदान पीपीएफ खाते में ₹50 के गुणों में होना चाहिए अरे आप ने जो राशि 1 साल में पीपीएफ में जमा करवाई है वो कम से कम ₹500 होनी चाहिए या फिर उससे अधिक हो सकती है यदि पूरे साल में आप जो राशि जमा कराते हैं वह ₹1,50,000 से अधिक नहीं होनी चाहिए
आप 15 साल के बाद भी बिना पैसे जमा कराए भी अपने खाते को जारी रख सकते हैं अर्थात मच्योरिटी के बाद में आपको पीपीएफ खाते का विस्तार करने का ऑप्शन भी मिल जाता है लेकिन एक बात जरूर ध्यान में रखें कि आप इस खाते से वित्तीय वर्ष में सिर्फ एक बार में ही अपने पैसे को निकाल सकते हैं
Disclaimer: इस आर्टिकल को कुछ अनुमानों और जानकारी के आधार पर बनाया है हम फाइनेंसियल एडवाइजर नही है आप इस आर्टिकल को पढ़कर शेयर बाज़ार (Stock Market), म्यूच्यूअल फण्ड (Mutual Fund), क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) निवेश करते है तो आपके प्रॉफिट (Profit) और लोस (Loss) के हम जिम्मेदार नही है इसलिए अपनी समझ से निवेश करे और निवेश करने से पहले फाइनेंसियल एडवाइजर की सलाह जरुर ले