हड़प्पा सभ्यता के स्रोत के बारे में सामान्य जानकारी
हड़प्पा सभ्यता के स्रोत
हड़प्पा सभ्यता के स्रोत के बारे में सामान्य जानकारी निम्नलिखित है
(1) पादरी- गुजरात राज्य के भावनगर जिले में स्थित पादरी एक हड़प्पा कालीन स्थल है इस स्थल से हमें प्रारंभिक हड़प्पा काल से लेकर शुरुआती ऐतिहासिक काल तक के साक्ष्य मिले हैं यहां से हमें कच्ची ईंटों के बने 9 कमरे और एक सार्वजनिक गोदाम के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। ये केरल-नो-ढोरो के नाम से जाना जाता है।
(2) भगत्राव- गुजरात राज्य के भड़च जिले में स्थित है। यह किम नदी के मुहाने पर स्थित लोथल के समान ही एक बंदरगाह नगर था। यह हडपा सभ्यता का प्रमुख स्थल है इसका उत्खनन धोलावीरा के साथ किया गया है।
(3) लोथल- यह गुजरात राज्य के अहमदाबाद जिले में खंभात की खाड़ी के उतर में स्थित है। यहां से एक विशाल गोदी बाड़ा प्राप्त हुआ है इसका प्रयोग बंदरगाहों में सामान लादने और उतारने में किया जाता था। यहां के लोग 1800 ईस्वी पूर्व में चावल उपजाते थे
(4) सुरकोटदा- गुजरात राज्य के कच्छ जिले में स्थित एक प्रमुख हड़प्पाकालीन नगरी स्थल था। यहां से घोड़े की हड्डियां पाई गई है सामुद्रिक व्यापार में यह स्थल अहम भूमिका निभाता था। यहां के घरों में स्नानागार एवं उचित जल निकासी की व्यवस्था थी।
(5) धौलावीरा- यह स्थल गुजरात के कच्छ जिले में स्थित है। इस स्थल की सबसे प्रमुख विशेषता इसका त्रिस्तरीय विभाजन था। यहां से 16 जिला से भी प्राप्त हुए हैं। यहां की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता जल प्रबंधन व्यवस्था थी। धोलावीरा उत्खनन से प्राप्त पोलिशदार श्वेत पाषाण खंड यह भी महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
(6) सुत्कांगेडोर- यह पाकिस्तान और ईरान की सीमा पर दास्क नदी के पूर्वी तट पर स्थित एक हड़प्पाकालीन बंदरगाह नगर था। यहां कृषि कार्यों की अनुपस्थिति थी।
(7) मोहनजोदड़ो- हड़प्पा से 4 83 किलोमीटर दूर पाकिस्तान के लरकाना जिले में सिंध प्रांत में स्थित है। हड़प्पा सभ्यता का एक विकसित नगरी स्थल था
(8) मांडा- जम्मू में अखनूर सेक्टर के पास स्थित है यहां से हड़प्पा संस्कृति के अवशेष मिले हैं यह स्थल उत्तर में हड़प्पा सभ्यता के विस्तार की सीमा तय करता है। और यहां से उतर- हड़प्पा संस्कृति के अवशेष भी प्राप्त हुए हैं
(9) हड़प्पा- पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में रावी नदी के किनारे पर स्थित है। यह हड़प्पा सभ्यता का एक सबसे महत्वपूर्ण नगर था और हड़प्पा नगर के नाम पर ही सभ्यता को हड़प्पा सभ्यता कहा जाता है। क्योंकि सर्वप्रथम इसी स्थल पर सभ्यता के अवशेष मिले थे
(10) शोर्तुघई- अफगानिस्तान में तखर प्रांत में आक्सस नदी के तट पर स्थापित एक व्यापारी स्थल है। यह हड़प्पा के निवासियों द्वारा स्थापित एक उपनिवेश था। जिसके माध्यम से वे मद्धेशिया से व्यापार करते थे। यहां से हड़प्पा जैसे चित्रित मृदभांड और संक्षिप्त लेख वाली मोर प्राप्त हुई है ।
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