How to become a ias

How to become a ias

How to become a ias के बारे में विस्तृत जानकारी निम्नलिखित हैं।

How to become a ias

IAS (Indian Administrative Service) यानि भारतीय प्रशासनिक सेवा भारत के सर्वश्रेष्ठ पदों में से एक माना जाती है। IAS की परीक्षा देश की सबसे कठिन और प्रतिष्ठान परीक्षा मानी जाती है। आईएएस ऑफिसर बनने के लिए UPSC (union public service commission) द्वारा आल इंडिया सिविल सर्विस एग्जाम देना पड़ता है जिसके द्वारा भारत के टॉप तीन ऑफिसर IAS(भारतीय प्रशासनिक सेवा), IPS (इंडियन पुलिस सर्विस) और IFS(भारतीय वन सेवा) चुने जाते है। यदि आप भी आईएएस ऑफिसर बनना चाहते है तो इस आर्टिकल में हम IAS कैसे बने से जुडी पूरी जानकारी बता रहे है जैसे- योग्यता, परीक्षा, सिलेबस, स आदि।

आईएएस ऑफिसर देश के सबसे उच्च पदाधिकारियों में से एक है जिसके ऊपर केवल मंत्री होते है। IAS बनने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। इस परीक्षा में सफल होना इतना आसान नहीं है क्योंकि इसमें सफल होने के लिए बहुत लगन और मेहनत चाहिए। सिविल सर्विस परीक्षा में शामिल होने के लिए किसी भी आवेदक का मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन होना आवश्यक है।

आईएएस क्या है –

आईएस एक सर्विस है जो भारत की सबसे बड़ी और प्रतिष्ठान सर्विस मानी जाती है आईएएस की परीक्षा upsc नामक संस्था द्वारा cse नामक परीक्षा के माध्यम से हर साल करवाई जाती है यूपीएससी परीक्षा के माध्यम से तीन प्रकार की सर्विस के लिए परीक्षा करवाती है

(1) ऑल इंडिया सर्विस (अखिल भारतीय सेवा)

(2) ग्रुप ‘ए’ सविल सर्विसेज

(3) ग्रुप ‘बी’ सिविल सर्विसेज

यूपीएससी (cse) में कौन कौनसी पोस्ट आती हैं

IAS, IPS, IFS, IAAS, ICAS, ICLS, IDAS, IDES, IIS, IOFS, ICFS, IPoS, IRAS, IRPS, IRTS, IRS, ITS, RPF, ‌‌Armed forces headquarters civil service, Danics, Danips, Pondicherry civil service और Pondicherry police service की post आती है।

(1) all Indian civil services (अखिल भारतीय सेवा)

1. IAS –Indian administrative service (भारतीय प्रशासनिक सेवा)

IAS अधिकारी के कार्य:- आईएएस अधिकारी का मुख्य कार्य कार्यपालिका द्वारा बनाया गया कानून लागू करना, राजस्व एकत्र करना, लॉ एंड ऑर्डर को बनाए रखना तथा सरकार द्वारा जो भी कार्यक्रम चलाया जाता है उस कार्यक्रम को लागू करना यह कार्य एक आईएएस अधिकारी करते हैं।

आईएएस अधिकारी का प्रमोशन:- आईएएस अधिकारी को सबसे पहले पोस्ट एसडीएम की मिलती है और अंतिम पोस्ट भारत की सबसे बड़ी प्रशासनिक पोस्ट ‘भारत के मुख्य सचिव’ बनते हैं जो उनकी हेर्रारकी निम्नलिखित है।

(1) एसडीएम (सब डिविजनल मजिस्ट्रेट यानी उपखंड अधिकारी)।

(2) एडीएम (एडिशनल डिस्ट्रिक्  मजिस्ट्रेट यानी सहायक जिला पदाधिकारी)।

(3) डीएम (डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट) जिसे हिंदी में कई नामों से जाना जाता है जैसी जिला दंडाधिकारी, जिला कलेक्टर,  जिलाधीश और जिलाअधिकारी इत्यादि।

यह पोस्ट भारत सरकार के मंत्रालय में डेप्युटी सेक्रेट्री की पोस्ट के बराबर होती है।

(4) 16 साल की सर्विस के बाद आईएएस अधिकारी को डिविजनल कमिश्नर बनाया जाता है या राज्य सरकार के किसी भी मंत्रालय में एडिशनल सेक्रेटरी बनाया जा सकता है या फिर केंद्र सरकार में  किसी भी मंत्रालय में जॉइंट सेक्रेटरी बनाया जा सकता है।

(5) 25 सालों के अनुभव के बाद एक आईएएस अधिकारी को राज्य सरकार के किसी मंत्रालय में प्रधान सचिव या प्रिंसिपल सेक्रेटरी बनाया जाता है और यदि वह भारत सरकार में काम करता है तो उसे किसी मिनिस्ट्री में एडिशनल सेक्रेटरी बनाया जा सकता है।

(6) इसके बाद कुछ ही आईएएस अधिकारी प्रमोशन पाते हैं और राज्य सरकार में चीफ सेक्रेटरी या मुख्य सचिव बनते या फिर भारत सरकार के अलग-अलग वेस्टीज में सेक्रेटरी बंनते है।

नोट:- किसी भी राज्य में चीफ सेक्रेट्री या मुख्य सचिव की पोस्ट एक ही होती है यहां तक पहुंचने के लिए आईएएस अधिकारी को कम से कम 30 साल का अनुभव होना चाहिए।

(7) इसके पश्चात एक आईएएस अधिकारी का प्रमोशन कैबिनेट सचिव यानी कैबिनेट सेक्रेटरी पोस्ट पर होता है भारत में कैबिनेट सचिव की केवल एक ही पोस्ट है इस पोस्ट पर पहुंचने के लिए अधिकारी को 37 वर्षों या  उससे अधिक वर्षों का अनुभव होना चाहिए।

इनकी आय कम से कम 80000 से 200000 प्रति माह तक की होती है। और इसके साथ कई अन्य प्रकार की सुविधाएं दी जाती है जैसे गाड़ी रहने के लिए अच्छा कार ड्राइवर सेक्रेटरी गार्ड का और आईएएस अधिकारी विदेश में पढ़ाई करना चाहता है तो उन्हें केंद्र सरकार 4 साल तक की छुट्टी देती है और विदेश में पढ़ाई का जितना खर्चा लगता है वह खर्चा सरकार स्वयं उठाती है।

IPS :- Indian police service (भारतीय पुलिस सेवा)

(1) आईपीएस अधिकारी को सर्वप्रथम एएसपी की पोस्ट मिलती है (एडीशनल सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस)।

(2) आईपीएस अधिकारी का सेकंड प्रमोशन एसपी यानी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस की पोस्ट पर होता है।

(3) आईपीएस अधिकारी का तीसरा प्रमोशन एसएसपी यानी सीनियर सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस की पोस्ट पर होता है।

(4)  आईपीएस अधिकारी का चौथा प्रमोशन डीआईजी की पोस्ट पर होता है।

(5) आईपीएस अधिकारी का पांचवा प्रमोशन आईजी की पोस्ट पर होता है।

(6) आईपीएस अधिकारी का छठवां प्रमोशन एडीजी की पोस्ट पर होता है।

(7) आईपीएस अधिकारी का सातवां और अंतिम प्रमोशन डीजी के पोस्ट पर होता है इसे डायरेक्टर ऑफ जनरल पुलिस के नाम से जाना जाता है यह स्टेट लेवल पर पुलिस विभाग का सर्वोच्च अधिकारी होता है।

( 3) IFS- Indian forest service (भारतीय वन सेवा)

IFS का मतलब होता है भारतीय वन सेवा , उस सेवा को  करने वाले अधिकारी को भारतीय वन सेवा अधिकारी कहा जाता है जिनको वनों की सेवा करने के लिए रखा जाता है। इनका काम होता है पेड़ों की सुरक्षा करना, अवैध कटाई को रोकना, वन सुरक्षा करना आदि।

इनकी आय अनुमानित 50000 से 200000 तक, प्रति माह होती है।

Group ‘A’ civil services

1. IFS- Indian Foreign Service (भारतीय विदेश सेवा)

यह अधिकारी हर देश के लिए महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि यही वह अधिकारी होते हैं जो अपने देश को दूसरे देशों के सामने नेतृत्व करते हैं और अपने देश की भूमिका उन देशों में रहकर निभाता है।

इनकी आय  80000 से 200000 तक प्रति माह होती है

2. IAAS- Indian Audit and Accounts Service (भारतीय लेखा परीक्षा और लेखा सेवा)

IAAS में अधिकारी को लेन-देन का हिसाब करना पड़ता है इसमें अधिकारी को accounting करनी पड़ती है। Auditing के अंतर्गत एकाउंटिंग की समीक्षा की जाती है। ज्यादातर कंपनीयों अकाउंटिंग कार्य की जांच किसी दूसरे कंपनी या निकाय से करवाती है उसे ही Auditing कहते हैं।

इस लेवल के अधिकारी की अनुमानित आय 40000 – 200000 प्रति माह सालाना मिलती है।

3. ICAS- Indian Civil Accounts Service (भारतीय सिविल लेखा सेवा)

यह एक केंद्रीय सरकारी सेवा होती है जो लेखा नियंत्रक और महालेखा परीक्षक के अधीन होती है। इस सेवा के लिए भारत में सरकार हर राज्य के लिए एक महालेखाकार का प्रबंध करती है।

4. ICLS- Indian Corporate Law Service (भारतीय कॉरपोरेट विधि सेवा)

इनका काम कंपनियों को कानूनी सीमाओं और क्षेत्राधिकार के बारे में सलाह देने का होता है।

इनकी अनुमानित आय 30000 से 80000 तक होती है।

5. IDAS- Indian Defence Accounts Service (भारतीय रक्षा लेखा सेवा)

IDAS अधिकारी का काम होता है सभी प्रकार के भुगतान पर निगरानी रखना जैसे पेंशन, वेतन आदि

इनकी अनुमानित आय 15000 से 80000 तक प्रति माह होती है।

6. IDES- Indian Defence Estates Service

यह post Ministry of Defence यानी रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आती है

इनकी अनुमानित आय 15000 से 80000 प्रति माह होती है

7. IIS- Indian Information Service (भारतीय सूचना सेवा)

यह Ministry of Information and Broadcasting यानी सूचना मंत्रालय के अंतर्गत आती है।

8. IOFS- Indian Ordnance Factories Service (भारतीय आयुध कारखानों सेवा)

यह Department of Defence Production, Ministry of Defence के अंतर्गत आती है।

9. ICFS- Indian Communication Finance Services (भारतीय संचार वित्त सेवाएं)

इस post को पहले Indian Post & Telecommunication Accounts and Finance Service ( IP&TAFS) के नाम से जाना जाता था।

इस पोस्ट पर रहते हुए किसी भी अधिकारी को सरकार के लिए Non Revenue Tax Collect करना पड़ता है।

10. IPoS- Indian Postal Service (भारतीय डाक सेवक)

इस post में हमें चिट्ठी बांटना, Money order से Money बांटना और Insurance करना आदि काम करने पड़ते हैं। एक स्थान से दूसरे स्थान तक कोई भी वस्तु या सेवा का आदान प्रदान करना ही इस पोस्ट का उद्देश्य है।

11. IRAS- Indian Railway Accounts Service (भारतीय रेलवे लेखा सेवा)

इस post में आपको एकाउंट्स मेंटेन करना, Income और खर्चा को Scrutinize करना, Bookkeeping करना आदि Accounts से Related काम करने पड़ते हैं।यह Ministry of Railway यानी रेल मंत्रालय के के अंतर्गत आती है।

12. IRPS- Indian Railway Personnel Service (भारतीय रेलवे कार्मिक सेवा)

यह post Ministry of Railway रेल मंत्रालय के अंतर्गत आती है

13. IRTS- Indian Railway Traffic Service (भारतीय रेल यातायात सेवा)

यह post Ministry of Railway के अंतर्गत आती है। इसमें आपको Production और Sale के Transportation को Manage करना होता है।

14. IRS- Indian Revenue Service (भारतीय राजस्व सेवा)

इस post के अंतर्गत आपको Tax को एकत्र और Manage करने का काम करना पड़ता है।

15. ITS- Indian Trade Service (भारतीय व्यापार सेवा)

यह post Directorate General of Foreign Trade के अंतर्गत आती है।

16. RPF- Railway Protection Force (रेलवे सुरक्षा बल)

इस post में आपको रेलवे की संपत्ति की सुरक्षा करनी पड़ती है।

Group ‘B’ Civil Services

1. Armed Forces Headquarters Civil Service (सशस्त्र बल मुख्यालय

सिविल सेवा)

यह post Ministry of Defence के अंतर्गत आती है। इस post में आपको housekeeping, civilian,secretariat,clerical और भी कई सारी सेवाओं के लिए staff provide करवाना पड़ता है।

2. DANICS

Danics का मतलब होता है Delhi, Andaman, Nicobar Islands, Lakshadweep, Dadra Nagar Haveli ,Daman Diu और Administrative Service। यह service Ministry of Home Affairs यानी गृहमंत्रालय के अंतर्गत आती है।

3. DANIPS

Danips का मतलब होता है Delhi, Andaman और Nicobar Islands, Lakshadweep, Dadra और Nagar Haveli, Daman और Diu Police Service.

यह service Ministry of Home Affairs यानी गृहमंत्रालय के अंतर्गत आती है। यह gazetted officer की post होती है।

4. Pondicherry Civil Service (पांडिचेरी सिविल सेवा)

5. Pondicherry Police Service (पांडिचेरी पुलिस सेवा)

यह post Department of home Affairs यानी गृहमंत्रालय के अंतर्गत आती है।

UPSC (CSR) प्रिलिम्स परीक्षा पैटर्न

upsc ias प्रिलिम्स परीक्षा के GS पेपर 1 में प्रत्येक प्रश्न 2 अंक का होता है जबकि पेपर 2 में प्रत्येक प्रश्न 2.5 अंक का होता है।

प्रत्येक गलत उत्तर के लिए एक तिहाई यानी 1/3 अंक काटे जाएंगे।

यदि अभ्यर्थी किसी प्रश्न के एक से अधिक उत्तर देते हैं तो ऐसे प्रश्नों के लिए भी एक तिहाई अंक काटे जाएंगे भले ही अंकित कोई विकल्प उसका सही उत्तर ही क्यों न हो।

जिन प्रश्नों के लिए कोई उत्तर नहीं दिया जाएगा उनके लिए कोई अंक नहीं कटेगा।

UPSC mains परीक्षा का पैटर्न

मुख्य परीक्षा असल में यूपीएससी भर्ती प्रक्रिया का दूसरा चरण है। प्रिलिम्स क्वालिफाई करने वाले अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा में बैठने के पात्र होंगे।

यूपीएससी आईएएस एग्जाम पैटर्न (UPSC IAS Exam Pattern) के अनुसार मेन्स परीक्षा में कुल 9 पेपर होंगे।

जो अभ्यर्थी प्रीलिम्स परीक्षा के सामान्य अध्ययन पेपर 1 में कट ऑफ अंक प्राप्त करेंगे और सामान्य अध्ययन पेपर 2 में 33% पाएंगे उन्हें मेन्स परीक्षा देने का मौका मिलेगा।

संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल सभी भाषाओं को भाषा पेपर में जगह दी गई है।

पेपरों की संख्या- 9

पेपर की भाषा -अंग्रेजी और हिंदी

वर्णनात्मक पेपर: भारतीय संविधान की अनुसूची 8 में उल्लिखित 22 भाषाओं में से किसी एक में उम्मीदवार भाषा के पेपर की परीक्षा दे सकते हैं।

परीक्षा की अवधि -3 घंटे

विषय-अनिवार्य भारतीय भाषा और अंग्रेज़ी

निबंध पेपर -1

सामान्य अध्ययन I

सामान्य अध्ययन II

सामान्य अध्ययन III

सामान्य अध्ययन IV

ऐच्छिक I

ऐच्छिक II

अंक

पार्ट A और B (अनिवार्य भारतीय भाषा और अंग्रेजी): 300 प्रत्येक

सामान्य अध्ययन और वैकल्पिक पेपर: 250 प्रत्येक

अधिकतम अंक

1750

मेन्स परीक्षा का पूर्णांक 1750 होगा।

क्वालिफाइंग प्रकृति वाले पेपर ए और पेपर बी (भारतीय भाषा और अंग्रेजी) 300-300 अंक के होते हैं।

मुख्य परीक्षा के शेष सभी पेपर 250-250 अंक के होते हैं।

मुख्य परीक्षा में आवेदकों को दो वैकल्पिक पेपर का चुनाव करना होता है।

उम्मीदवारों को परीक्षा पास करनी पड़ती है  इस परीक्षा के कट-ऑफ को पास कर लेने के बाद ही उन्हें अंतिम चरण यानि पर्सनालिटी टेस्ट या साक्षात्कार देने की अनुमति मिलती है।

6. Interview क्लियर करें

वे उम्मीदवार जो प्रीलिमिनरी और मैन एग्जाम दोनों क्लियर कर लेते है उन्हें सिविल सर्विस एग्जाम के अंतिम चरण यानि साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। इसमें कैंडिडेट के व्यक्तित्व को परखा जाता है जिसमें उनकी रुचियों, सामान्य ज्ञान, करंट अफेयर्स, और विषम परिस्थिति पैदा होने पर उन्हें क्या करना चाहिए, इत्यादि विभिन्न प्रकार के प्रश्न पूछे जाते है। उम्मीदवारों द्वारा दिए गए उत्तरों के आधार पर ही उनका आकलन किया जाता है और यह निश्चय करते है कि क्या वे IAS के पद के लिए योग्य है अथवा नहीं।

7. IAS की ट्रेनिंग

आईएएस के सभी चरणों को पार कर लेने के बाद उम्मीदवारों को IAS की 21 महीने की ट्रेनिंग कलनी होती है। IAS की ट्रेनिंग लाल बहादुर शास्त्री नेशनल अकेडमी ऑफ ऐडमिनिस्ट्रेशन नामक संस्था में होती है और उसके बाद उन्हें 12 महीने के लिए जिला परिक्षण का काम दिया जाता है। इस ट्रेनिंग को पूरा करने के बाद ही वे IAS ऑफिसर की पोस्ट संभालने के लिए योग्य बन पाते है।

IAS बनने के लिए सही वैकल्पिक विषय का चयन कैसे करें

आईएएस अधिकारी के लिए वैकल्पिक विषय का चयन बहुत ज़रूरी होता है। अगर आप ग्रेजुएशन में Political Science (राजनीति विज्ञान), Geography (भूगोल), History (इतिहास), Economics (अर्थशास्त्र), Philosophy (दर्शनशास्र) ,Public Administration (सार्वजनिक प्रशासन), हिंदी साहित्य या किसी भी भारतीय भाषा के साहित्य विषय सुन सकते हैं और आपकी ग्रेजुएशन के साथ-साथ आईएएस की भी तैयारी होती रहेगी।

और आईएएस की तैयारी करने का सबसे अच्छा समय यही है जब आप ग्रेजुएशन कर रहे होते हैं।

आईएएस परीक्षा के लिए योग्यता

IAS बनने के लिए उम्मीदवार को भारतीय नागरिक होना चाहिए। महिला और पुरुष उम्मीदवार दोनों इस परीक्षा के हकदार हैं।

IAS बनने के लिए शैक्षिक योग्यता 

IAS परीक्षा में उपस्थित होने के लिए आवश्यक शैक्षिक योग्यता किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में प्राप्त डिग्री है। जो उम्मीदवार अंतिम वर्ष के परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे हैं वे इस परीक्षा के लिए भी आवेदन कर सकते हैं।

प्रयासों की संख्या : इस परीक्षा को कितनी बार लिया जा सकता है इस विषय में जानकारी इस प्रकार हैं

सामान्य श्रेणी के लिए: 32 साल की उम्र तक 6 प्रयास

OBC श्रेणी के लिए: 35 साल की उम्र तक 9 प्रयास

अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए: 37 वर्ष की आयु तक असीमित प्रयास

नोट: सामान्य श्रेणी से संबंधित शारीरिक रूप से विकलांग या अक्षम उम्मीदवारों को यूपीएससी यानी 42 वर्ष की आयु तक निर्धारित 9 प्रयासों का लाभ मिलेगा।

IAS के लिए आयु सीमा

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा लेने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए आयु उनकी श्रेणी के आधार पर भिन्न होती है।

नोट : एक उम्मीदवार जिसके मामले में योग्यता का प्रमाण पत्र आवश्यक है, उसे परीक्षा में भर्ती कराया जा सकता है लेकिन नियुक्ति की पेशकश केवल भारत सरकार द्वारा आवश्यक पात्रता प्रमाण पत्र जारी करने के बाद ही दी जा सकती है।

नोट: सिविल सेवा परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे परीक्षा में प्रवेश के लिए सभी योग्यता, शर्तों और मानदंडों को पूरा करते हो और परीक्षा के सभी चरणों में उनका प्रवेश निर्धारित पात्रता शर्तों को पूरा करने के लिए पूरी तरह से अस्थायी विषय होगा।

उम्मीदवार को प्रवेश प्रमाण पत्र जारी करने का मतलब यह नहीं होगा कि उनकी उम्मीदवारी अंततः यूपीएससी द्वारा मंजूरी दे दी गई है। यूपीएससी साक्षात्कार / व्यक्तित्व परीक्षण के लिए योग्यता प्राप्त करने के बाद ही मूल दस्तावेजों के संबंध में योग्यता शर्तों का सत्यापन करता है।

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Disclaimer: इस आर्टिकल को कुछ अनुमानों और जानकारी के आधार पर बनाया है हम फाइनेंसियल एडवाइजर नही है आप इस आर्टिकल को पढ़कर शेयर बाज़ार (Stock Market), म्यूच्यूअल फण्ड (Mutual Fund), क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) निवेश करते है तो आपके प्रॉफिट (Profit) और लोस (Loss) के हम जिम्मेदार नही है इसलिए अपनी समझ से निवेश करे और निवेश करने से पहले फाइनेंसियल एडवाइजर की सलाह जरुर ले

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